- यति नरसिंहानन्द सरस्वती
सुर्या बुलेटिन(गाजियाबाद) “जैसा अभूतपूर्व संकट सनातन धर्मावलम्बियों पर वर्तमान समय मे आ पड़ा है,ऐसा संकट शायद ही कभी आया हो।एक तरफ तो कोरोना महामारी ने सम्पूर्ण मानवता के अस्तित्व को ही चुनौती दे रखी है,वहीं दूसरी तरफ हमारे देश मे सरकारों की कमजोरी के कारण तब्लीगी जमात जैसी संस्थाएं कोरोना को हथियार बनाकर इस देश को तबाह करने में जुट गई हैं।ये कोई साधारण खतरा नही है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज को छोड़कर और कोई नेता इस समस्या को समझ तक नही पाया है।ऐसे में भारत राष्ट्र और सनातन धर्मावलम्बियों की रक्षा के लिये दैवीय शक्तियों का आह्वान बहुत जरूरी हो गया है।”
ये विचार एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने व्यक्त किये।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को विजय और सद्बुद्धि की देवी माँ बगलामुखी की जयंती के रूप में मनाया जाता है।यह दिन शक्तिसाधको के लिये बहुत विशिष्ट होता है।माँ बगलामुखी की जयंती से आरम्भ होनी वाली साधना अवश्य ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करती है।इस वर्ष माँ बगलामुखी जयंती 1मई 2020 से शिवशक्ति धाम डासना में प्रतिदिन सूर्यास्त से अर्धरात्रि तक हमारे अस्तित्व पर आए सभी संकटो के निवारण हेतु माँ बगलामुखी महायज्ञ किया जाएगा।इस महायज्ञ का उद्देश्य सभी सनातन धर्मावलम्बियों की हर प्रकार के शत्रु और संकट से रक्षा करना है।यह महायज्ञ 41 दिन तक चलेगा।यह महायज्ञ कोरोना महामारी के खतरों को देखते हुए सरकारी निर्देशो का पालन करते हुये किया जाएगा।
उन्होंने सभी माँ और महादेव के भक्तों से महायज्ञ में यथाशक्ति सहयोग करने का अनुरोध किया।।