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धर्म को बचाने के लिये खड़े हो हिन्दू धर्माचार्य-यति नरसिंहानन्द सरस्वती

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सुर्या बुलेटिन(सीता पुर) अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक, हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य, हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर उर्फ़ पिंकी चौधरी,अखण्ड हिन्दुस्थान मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री दीपक सिंह व राष्ट्रीय युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवप्रकाश शुक्ला जी ने नैमिशारण्य संतो के दर्शन किये और उनसे धर्म की रक्षा के लिये आगे आने का आह्वान किया।
वनगढ़ आश्रम में महंत श्री संतोष दास खाकी जी महाराज के सानिध्य में प्रेस को संबोधित करते हुए यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा की आज सनातन धर्म बहुत भीषण खतरे में है।योगी आदित्यनाथ जी की नाक के नीचे लखनऊ में हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी जी की इस्लामिक तरीके से जघन्य हत्या करके इस्लाम के जिहादियो ने अपनी तैयारियों और ताकत का अहसास पूरी दुनिया को करवाया है।अगर हिन्दू समाज अभी भी इसी तरह मृतप्राय पड़ा रहा तो वह दिन दूर नहीँ जब भारतवर्ष का ये अंतिम टुकड़ा भी अरब,इराक,ईरान, सीरिया अफगानिस्तान, पाकिस्तान,कश्मीर और दूसरे देशों की तरह सभी गैर मुस्लिमो के लिये नरक बन जायेगा और अपने मूल स्थान से समाप्त होकर सनातन धर्म समूल नष्ट हो जायेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि कमलेश तिवारी जी ने इस्लामिक जिहाद के सामने खड़े होकर सनातन धर्म की लाज रखी और अपना बलिदान दिया।अब कमलेश तिवारी जी का नाम सनातन धर्म के इतिहास में हमेशा के लिये स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया है।अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को चाहिये की कमलेश तिवारी जी की सुरक्षा में घोर लापरवाही करने वाले तथा तिवारी जी के अंतिम संस्कार से पहले तिवारी जी की माता,पत्नी, परिवार और समर्थको से बर्बरतापूर्ण व्यवहार करने वाले पुलिस अधिकारियों को तुरन्त प्रभाव से बर्खास्त करें ताकी पुलिस प्रशासन हिन्दू संगठनों से जुड़े हुए कार्यकर्ताओ को दोयम दर्जे का नागरिक समझना छोड़ दे।
उन्होंने भारतवर्ष के सभी सनातन धर्म के धर्मगुरूओ से धर्म की रक्षा के लिये खड़े होने का आह्वान करते हुए कहा की वेद,रामायण और गीता के अनुसार धर्म की रक्षा के लिये सभी धर्मावलम्बियों को प्रेरित करना और अगर आवश्यक्ता पड़े तो शस्त्र उठा कर युद्ध करना ही एक धर्माचार्य का कर्तव्य है।झूठे धर्मग्रन्थ और झूठी मान्यताओं के आधार पर धर्मगुरु अपने आधारभूत कर्तव्य की अवहेलना नहीँ कर सकते।विगत बहुत समय से सनातन धर्म के धर्माचार्यो ने अपने कर्तव्य का पालन अच्छी तरह से नही किया है और इसी कारण आज हमारा समाज दुर्गति को प्राप्त हो गया है।परंतु अब अन्याय और अत्याचार की पराकाष्ठा हो चुकी है।यदि हिन्दू धर्मगुरु अब भी नही खड़े हुए तो भगवान और इतिहास कभी भी उन्हें क्षमा नहीँ करेगा।
महंत श्री संतोष दास खाकी जी महाराज ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा की संत समाज धर्म की रक्षा के लिये हर सम्भव प्रयास करेगा।अगर जरूरत पड़ी तो हम महर्षि दधीचि की तरह अपनी अस्थियो का दान करके आतंकवाद का समूल नाश करेंगे। हमारी अहिंसा की अवधारणा को हमारी कमजोरी समझना हमारे धर्मशत्रुओं की बहुत बड़ी भूल है। अब समय आ गया है की संत समाज मुख्यमंत्री बनने से पूर्व योगी जी ने जो संत समाज का माला के साथ भाला उठाने का आह्वान था,उसे पूरा करके दिखाये।
उन्होंने योगी जी से परिस्थिति को समझकर निर्णय लेने का अनुरोध किया।

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