सुर्या बुलेटिन(राजस्थान) एक तरफ जहाँ देश मे जिहाद
की चर्चाऐं चरम पर है और कमलेश तिवारी की चिता ठंडी भी नही हुई,आज राज्यपाल कलराज मिश्र अजमेर शरीफ की दरगाह पर चादर चढ़ाते नजर आए।इससे पहले सप्ताह में बाला साहब के पौत्र ने दरगाह पर चादर चढ़ाई है।हिन्दुओ की ऐसी घटिया धर्म निरपेक्षता पर शर्म आती है।कमलेश तिवारी की हत्या के बाद पूरे देश मे यह चर्चा है कि तिवारी जी की हत्या की फंडिंग अजमेर शरीफ दरगाह से हुई है।लेकिन ये नेताओ का मुस्लिम पक्ष को खुश करने का स्वर्णिम अवसर है।यदि ऐसा नही होता तो ये देश पिछले 1300 साल गुलाम नही रहता।
खबर विस्तार से—–
राज्यपाल कलराज मिश्र सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह जियारत को पहुंचे। उन्होंने गरीब नवाज की मजार पर मखमल की चादर और अकीदत के फूल पेश कर खुशहाली और भाईचारे की मजबूती के लिए दुआ की।
- अजमेर—–
राजस्थान / अजमेर दरगाह जियारत करने पहुंचे राज्यपाल कलराज मिश्र, मजार पर चादर पेश की
- अजमेर—–
राज्यपाल कलराज मिश्र अपनी धर्म पत्नी के साथ करीब 11:40 पर दरगाह पहुंचे। निजाम गेट के बाहर अंजुमन सैयद जादगान के सदर सैयद मोइन हुसैन चिश्ती, संयुक्त सचिव सैयद मुसब्बिर चिश्ती सदस्य आने बदर चिश्ती, दरगाह नाजिम शकील अहमद आदि ने अगवानी की बुलंद दरवाजे से वह सिर पर चादर और फूलों की टोकरी लेकर आस्ताना शरीफ के लिए रवाना हुए।
- तबर्रुक भेंट —-
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बांधे रस्से
दरगाह में इन दिनों जायरीन की भीड़ बनी हुई है। आज भी बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद थे। राज्यपाल कलराज मिश्र को सुविधा पूर्वक जियारत कराने के लिए दरगाह कमेटी की ओर से परिसर में जगह-जगह रस्से बांधकर जायरीन की भीड़ को रोका गया।