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बाबरी फैसले पर मुस्लिम नेताओं ने कसे क्या क्या तंज

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फैसले को बताया गलत, कहा-तरफदारी हुई
किसी ने कहा, सबकुछ पहले प्लान था, इंसाफ नहीं मिला

सूर्या बुलेटिन (नई दिल्ली)। बाबरी विध्वंस केस में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने सभी 32 आरोपियों को बरी करने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया। इस फैसले को लेकर भाजपा और उनकी पार्टी के नेता तथा हिन्दूवादी नेता प्रसन्न हैं। सभी लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर हमेशा की तरह चर्चित चंद मुस्लिम नेताओं ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

सबकुछ पहले प्लान था, इंसाफ नहीं मिला
इन मुस्लिम नेताओं में हमेशा विवादित बोल के माध्यम से सुर्खियों में रहने वाले संभल से समाजवादी पार्टी से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने इंसाफ नहीं मिलने की बात कही है। शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि पूरा मामला पहले से प्लान किया गया था। लोगों ने प्री प्लान तरीके से ढांचे को तोड़ा था। इस मामले में इंसाफ नहीं मिला है।

फैसला गलत, हाई कोर्ट में चुनौती देंगे
आरोपियों को बरी करने के बाद बाबरी एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा है कि कोर्ट का फैसला बिल्कुल गलत है और हम अब हाई कोर्ट में इसे चुनौती देंगे। बाबरी एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा कि फैसला बिल्कुल गलत है, कानून और सुबूतों के खिलाफ है लेकिन फैसला तो फैसला है।

हम फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती देंगे। यह नहीं कह सकते कि सीबीआई ने मजबूती से केस नहीं लड़ा. हम तो हर बयान को देख रहे थे, इन्हीं बयानों के आधार पर हाई कोर्ट ने आडवाणी के डिस्चार्ज का आॅर्डर खत्म किया था। जफरयाब जिलानी ने कहा कि अब कोई नहीं चीज हमें नहीं लेनी है, जो रिकॉर्ड में आ गयी है उसी पर जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट तक जाने के लिए भी अलग से सुबूत नहीं लाने है।

बहुत से फैसलों में अब तरफदारी होती है:ओवैसी
बाबरी विध्वंश मामले में कोर्ट का फैसला आने के बाद आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के मुखिया और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जताई है।

औवैसी ने एक शायरी ट्वीट करके अपनी बात कही है। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा, ”वही कातिल वही मुनसिफ अदालत उसकी वो शाहिद, बहुत से फैसलों में अब तरफदारी भी होती है।

 

 

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