सूर्या बुलेटिन : यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान व हरियाणा रोडवेज की बसों में सफर कर रहे है तो बीच के किसी भी बस अड्डे पर उतारा जा सकता है। परिवहन विभाग करोड़ों रुपये के बकाया यात्री कर वसूली के लिए बस अड्डे पर बस को सीज करने की कार्रवाई कर सकता है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में वाहनों पर टैक्स बकाया होन के कारण लक्ष्य के विपरीत 70 फीसद से राजस्व वसूली हो पायी थी।
कोरोना संक्रमण के बाद लगातार राजस्व वसूली प्रभावित हो रहा है। परिवहन विभाग ने प्राइवेट बस संचालकों पर दबाव बनाकर बकाया टैक्स की वसूली कर लिया है। कोरोना संक्रमण फैलने के बाद मार्च 2020 से अभी तक उत्तराखंड रोडवेज ने मुरादाबाद जिले में यात्रीकर जमा नहीं किया है। जिसके कारण दो करोड़ से अधिक का उत्तराखंड सरकार पर यात्री कर बकाया है। यूपी रोडवेज ने बीच-बीच में यात्री कर जमा किया है, उसके बाद मुरादाबाद जिले पर 40 लाख रुपये का यात्री कर बकाया है। हरियाणा व राजस्थान रोडवेज की बसों की कम संख्या में आती है, इस लिए दोनों रोडवेज पर पांच लाख रुपये का यात्रीकर बकाया है।
परिवहन आयुक्त बकाया वसूली लेकर गंभीर है। सभी परिवहन अधिकारियों को आदेश दिया है कि सरकारी बसो से बकाया वसूली के लिए कड़ाई से शुरू कर दे, जिस बस पर टैक्स बकाया है, उसके बीच रास्ते के बजाय जिले के बस अड्डे पर सीज कर ले, जिससे सीज बस में सवार यात्री दूसरे वाहन से गंतव्य स्थान तक जा सकते हैं। इस आदेश के बाद परिवहन विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने सरकारी रोडवेज बसों पर बकाया राशि की सूची निकल लिया है।
फोन कर रोडवेज अधिकारियों को बकाया टैक्स जमा करने का अनुरोध किया है। साथ ही किस बस पर बकाया है, उसकी सूची बना रहे है, जिससे बस के खिलाफ कार्रवाई किया जा सकता है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) छवि सिंह ने बताया कि रोडवेज बसों पर बकाया राशि वसूली करने के लिए परिवहन आयुक्त ने सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। आदेश के पालन के लिए रोडवेज बसों की सूची तैयार किया जा रहा है।