नाबालिक छात्राओ के शोषण पर संग भारी योगी सरकार हारी
यदि हमें न्याय नही मिला तो हम महिला आयोग के ऑफिस के बाहर आमरण अनशन करेगे– महिला अभिभावक
योगी सरकार को रामराज्य का दर्जा फिर भी नाबालिक बेटियो के शोषण पर कोई कार्यवाही नही/संग पदाधिकारी अपना मत स्पस्ट करे–अभिभावक
सूर्या बुलेटिन(गाजियाबाद) अश्लीलता करने वाले प्रधानाचार्य के मामले में आज फिर महिलाओ का एक डेलिकेशन पुलिस आयुक्त गाजियाबाद के यहाँ गया।बीते कल यही डेलिकेशन अपर पुलिस आयुक्त के यहाँ पहुँच था।महिलाओ का कहना है कि उन्होने (अपर पुलिस आयुक्त) यह कह दिया की आप थाना वेव सिटी में जाकर मिलिए मेने लिख दिया है,लेकिन अभिभावकों का कहना है कि यदि हमें थाने से न्याय मिलता तो यहाँ क्यो आते। असंतुष्ट अभिभावक आज अजय कुमार मिश्रा(पुलिस आयुक्त) से मिले और कहा हम बहुत उम्मीद से आपके पास आये है,हमे न्याय मिलना चाहिए।आरोपी प्रधानाचार्य जल्द से जल्द पॉक्सो के तहत सलाखों के पीछे होना चाहिए और अभिभावकों और महिला पार्षद पर लगाये झुटे आरोप हटाये जाए जो पुलिस ने कुछ संग के पदाधिकारियो के दबाव में आरोपी को बिना पॉक्सो लगाए थाने से ही छोड़ दिया है और महिला पार्षद सहित अभिभावकों पर संगीन धाराओ के तहत मुकदमा लिख दिया है।एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लगाती है दूसरी तरफ नाबालिक बच्चियों का शोषण कराने के साथ साथ अभिभावकों को कुचलने के काम करने वालो पर कोई कार्यवाही नही करती।यदि हमें न्याय नही मिला तो हम ज्याद से ज्यादा संख्या में महिला आयोग के ऑफिस के बाहर आमरण अनशन करेगे।योगी सरकार में भी यदि बेटी सुरक्षित नही तो क्या होगा जिसे राम राज्य का दर्जा तक दिया जाता है। फिर भी बच्चीयों के साथ अभिभावक परेशान।