गाज़ियाबाद

रंगदारी व 420 के अभियुक्त पुलिस को कर रहे गुमराह

ब्लैकमेकर से अपने परिवार को बचाने के लिए हर लड़ाई लडूंगी : पार्षद परमोश यादव

पार्षद के आरोप

सूर्या बुलेटिन(गाजियाबाद   -सौरभ सिंघल व उसकी महिला पार्टनर क्षमा सिंह पर अपने नाबालिग बेटे व पति को सोशल मीडिया के माध्यम से बदनाम करने का आरोप लगाया

पुलिस में झूठी शिकायत कर मानसिक आर्थिक शोषण करने की बात कही

गाजियाबाद। नगर निगम के वार्ड-42 से निर्दलीय पार्षद पार्षद परमोश यादव ने कहा कि पटेलनगर निवासी सौरभ सिंघल व उसकी महिला पार्टनर क्षमा सिंह ने विदेश में अपना दवा का कारोबार बताकर व्यवसाय में शामिल होने का झांसा देकर पहले उनके पति पहलवान राजेश यादव से 17 लाख रुपये ले लिये और बाद में सोशल मीडिया पर उनके नाबालिग बेटे व पति को बदनाम कर उनके परिवार को ब्लैकमेल करने लगे हैं। पार्षद परमोश यादव ने खुले शब्दों ने कहा कि उनका नाबालिग बेटा राष्टÑीय खिलाड़ी है व राज्य स्तर पर मेडल भी जीत चुका है। सौरभ सिंघल व उसकी महिला पार्टनर क्षमा सिंह ने यदि उनके बेटे उपकार यादव का क रियर बर्बाद करने और उनके पति को बदनाम कर उनकी छवि बिगाड़ने की कोशिश की है। उपकार यादव कुश्ती में वर्ष 2022 में भारत कुमार अवार्ड से नवाजा जा चुका है, जबकि वर्ष 2022 में नेशनल कुश्ती में गोल्ड मेडल व राज्य स्तर की प्रतियोगिता में भी गोल्ज मेडल जीत चुका है। पार्षद परमोश यादव व उनके पति ने कहा कि वे अपने बच्चे व परिवार के मान सम्मान की रक्षा के लिए किसी भी हद तक हर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।

मंगलवार को एक होटल में निर्दलीय पार्षद परमोश यादव, उनके पति राकेश यादव ने पत्रकारों से बात की। पार्षद पति राजेश यादव ने पत्रकारों से बताया कि 2 जून 2022 को कविनगर थाने में अज्ञात के खिलाफ मामले दर्ज कराया था। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि नीतू सिंघानिया नाम की फर्जी फेसबुक आईडी के उनके नाबालिग बेटे व उनकी छवि खराब करने को लगातार पोस्ट डाली जाती रही हैं। इस संंबंध में पुलिस ने जांच की तो पुलिस के असली आरोपी सौरभ सिंघल व क्षमा सिंह तक पहुंची। इसके बाद उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। इसके बाद थाना वेब सिटी में 5 जून, 2023 को आईपीसी धारा 420, 406, व 506 के तहत दूसरा मामला दर्ज कराया गया है।

  • पार्षद परमोश यादव

आरोपियो के खिलाफ पुलिस उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। इन दोनों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद दोनों पुलिस अधिकारियों के पास जाकर अपनी बहन की अपहरणकरने, गैंग रेप आदि की झूठी शिकायत कर रहे हैं।

पार्षद पति ने आरोप लगाया कि सौरभ सिंहल व क्षमा सिंह का काम लोगों से झूठ-सच बोलकर उनके रुपया ठगना है और बाद में हनीट्रैप के माध्यम से लोगों को ब्लैकमेल करना है। उन्होंने इस बात पर रोष जताया कि ये आरोपी खुद को एनआरआई बताकर पुलिस को गुमराह करते है और पुलिस उनको गिरफ्तार नहीं कर रही है।
निर्दलीय पार्षद परमोश यादव व पार्षद पति राजेश यादव ने दो टूक कहा कि यदि गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार करके अविलंब सख्त कार्रवाई नहीं की, तो न्याय पाने के लिए उनका परिवार मुख्यमंत्री से लेकर हाईकोर्ट तक जाने पर मजबूर होगा।

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