गाज़ियाबाद

अकेला अब हो गये अकेला,100 बात की एक बात

सूर्याबुलेटिन(गाजियाबाद) डॉ अरविंद अकेला के सर कलम करने की धमकी वाली खबर तो सभी ने पढ़ी या सुनी होगी.ये खबर आग की तरह पूरे प्रदेश में फैल गयी.डॉ अरविंद अकेला और उसका परिवार भय की स्थिति में आ गया.पुलिस ने प्राथमिकी लिखकर जाँच शुरु कर अपराधी को भी जगड लिया.मेरे संज्ञान में इस तरह के केस का पहला खुलासा है.लेकिन उसके बाद प्रसाशन ने ये सिद्ध कर दिया की ये व्यक्ति डॉ का पूर्व से जानने वाला है इस लिए ये सिद्ध होता हे की ये घटना खुद डॉ ने कराई है.में प्रसाशन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह नही लगा रहा हूँ यदि डॉ ने गलत किया है तो सजा मिले,मगर उसके दोष के मुताबिक,क्योकि इसकी सजा मौत भी नही है.कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले भी पूर्व जानकर थे,डॉ बीएस तोमर की हत्या करने वाले भी पूर्व जानकर थे व कन्हैयालाल लाल की हत्या करने वाले भी पूर्व के जानकार थे.इससे यह सिद्ध नही होता की उसने धमकी नही दी होगी.पिछले एक महीने में गाजियाबाद पुलिस ने कई ऐसे मामलो का खुलासा किया है जिसमे धमकी देने के साथ साथ लूट व अपहरण करने की साजिस में पीड़ित के दोस्त व रिश्तेदार निकले और प्रसाशन ने उन्हें जेल भेज दिया.लेकिन डॉ साहब के इस मामले में प्रसाशन के इस रवैये से जिहादियो का रास्ता बिलकुल साफ हो गया है और अकेला की मौत भी निश्चित हो गयी है साथ ही जो कार्यवाही डॉ साहब के ऊपर की गयी है वो बेचारे इन्ही में उलझ कर रह जायेगे अपने को सुरक्षित करने की बजाय.100 बातकीएकबातयेकीडॉअकेलाअबबिलकुलअकेलाहोगये.गाजियाबादसेलेकरपूरेप्रदेशसेकिसीभीहिन्दूसंघटननेआवाजतकनहीउठाईहैऔरडॉअकेलाकोमरनेकेलिएछोड़दियाहै.अब ये आप को सोचना है की वास्तव में अकेला दोषी है या नही? यदि उसका कोई दोष है तो क्या उसकी सजा मौत है ?

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