रामगोपाल यादव की भाजपा को सलाह- 75 से ज्यादा उम्र वालों को भी भेजे राज्यसभा, बताया क्यों जरूरी
रामगोपाल यादव ने कहा कि भाजपा को 75 साल से अधिक उम्र के ऐसे नेताओं को उच्च सदन में लाना चाहिए, जो स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे अनुभवी नेता हमारी जानकारी बढ़ा सकते हैं और देश के लिए योगदान देंगे।
सूर्या बुलेटिन : भाजपा ने 75 साल से अधिक उम्र के नेताओं को सक्रिय राजनीति से बाहर रखने की अघोषित नीति बना रखी है। इसी के चलते लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई सीनियर नेता लोकसभा या फिर राज्यसभा के बाहर हैं और मार्गदर्शक मंडल का हिस्सा हैं। इस पर गुरुवार को सपा के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि भाजपा को 75 साल से अधिक उम्र के ऐसे नेताओं को उच्च सदन में लाना चाहिए, जो स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे अनुभवी नेता हमारी जानकारी बढ़ा सकते हैं।
प्रो रामगोपाल यादव ने सदन में अपना कार्यकाल पूरा कर सेवानिवृत्त हो रहे 72 सदस्यों को धन्यवाद दिए जाने के अवसर पर कहा कि इस सदन में बहुत वरिष्ठ सदस्य आते हैं। लेकिन भाजपा में 75 वर्ष की आयु पूरी करने वालों को अब सदन में भेजना बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के ऐसे सीनियर नेताओं को भी सदन में लाया जाना चाहिए, जो 75 वर्ष पूर्ण करने के बाद भी पूरी तरह से स्वस्थ हैं और अपने अनुभव से सदन को गौरवान्वित कर सकते हैं।
रामगोपाल बोले– अध्यक्ष भी होंगे मेरी बात से सहमत, नायडू की चुप्पी
राम गोपाल यादव ने सभापति एम वैंकेया नायडु से मुखातिब होते हुए कहा कि उनके इस विचार से वे भी सहमत होंगे। हालांकि नायडू ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कार्यकाल पूरा कर चुके सदस्यों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि इनमें सेे कुछ सदस्य वापस आयेंगे, लेकिन कुछ सदस्य नहीं आ पायेंगे लेकिन उम्मीद है कि वे जहां भी रहेंगे अपने अनुभव से राष्ट्र और समाज की सेवा करते रहेंगे।