पहले लूटा जाता है फिर कूटा भी जाता है आदित्य वर्ल्ड सिटी के ग्राहकों को!
पहले इनके फ्लैटों में रहने वालों का हाल जानें फिर भी खरीदने के बारे में न सोचें
बिल्डर जब चाहे काट देता है बिजली, नहीं देता कोई सुविधाएं, विरोध करने पर बाउंसरों से कराता है गुंडागर्दी
बिल्डर की हरकतों से परेशान फ्लैट निवासी फ्लैट बेच कर भागने को हैं तैयार
सूर्या बुलेटिन (गाजियाबाद)। शहर के बीचोबीच स्थित मशहूर वेबसिटी क्षेत्र में आदित्य वर्ल्ड सिटी नाम से एक कॉलोनी के निवासी आजकल बिल्डर से परेशान हैं। बिल्डर द्वारा फ्लैटों की बिजली काटने से कई रातों को अंधेरे में बिताने को मजबूर फ्लैट निवासियों ने अब अपने-अपने फ्लैट के सामने मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगा दिये हैं।
इन फ्लैटों के रहने वालों की शिकायत है कि बिल्डर अपनी मनमानी करता है। जब चाहे बिजली, पानी काट देता है, शिकायत करने पर इनकी मरम्मत या आपूर्ति बहाल करने की जगह पर अपने बाउंसर के नाम पर गुंडे भेज कर गुंडागर्दी कराता है।
यहां के निवासियों में बिल्डर आदित्य के प्रति जबर्दस्त गुस्सा है। इन निवासियों का कहना है कि बिल्डर द्वारा फ्लैट खरीदते समय तो सुहावने सपने दिखाये गये थे और जो वादे उस समय किये गये थे उसमें से एक भी पूरे नहीं किये गये हैं। कहने पर बिल्डर द्वारा धमकाया और जाता है। उनका कहना है कि हम तो चहां पर फ्लैट खरीद कर फंस गये हैं। हम लोग चाहते हैं कि कोई अंजान आदमी हमारी तरह इस बिल्डर की लुभावनी बातों में आकर न फंसे।
इन फ्लैट निवासियों का कहना है कि बिल्डर द्वारा किसी तरह की कोई मेंटीनेंस नहीं किया जाता है। न ही इस कॉलोनी में सुरक्षा की कोई व्यवस्था है। चार्जेज पूरे वसूले जाते हैं। चार्जेज नहीं देने वालों को बाउंसरों से धमकाया जाता है। कभी कभी तो हाथापाई भी हो जाती है।
अभी हाल ही में बिल्डर ने अचानक बिजली काट दी। इसको लेकर कॉलोनी के निवासियों ने जमकर हंगामा किया और अपने-अपने फ्लैटों की बॉलकनी व गेट पर मकान बिकाऊ है के पोस्टर भी लगा दिये। इस पोस्टर में बिल्डर द्वारा की जा रही मनमानी की सारी बातें लिख दीं हैं। साथ ही अंजान खरीददारों से साफ मना कर दिया है कि वे यहां पर आदित्य बिल्डर्स के फ्लैटों को कतई न खरीदें।
यही नहीं तीन-चार महीने पहले भी यहां के फ्लैट निवासियों और आदित्य बिल्डर्स के बाउंसरों से मारपीट होने के समाचार है। यहां पर न तो साफ सफाई करायी जाती है और न ही किसी तरह का मेंटीनेंस ही किया जाता है। जब भी यहां के निवासी अपनी समस्या बताते हैं या शिकायत करते हैं तो आदित्य बिल्डर्स की ओर से कभी आश्वासन नहीं दिया जाता है बल्कि डराया धमकाया जाता है। बिल्डर अच्छी तरह से ये जानता है कि अपनीजिन्दगी भर की कमाई लगा कर फ्लैट खरीदने वाले अब कहां जायेंगे? अब तो उनके पास पैसा भी नहीं रहा जो दूसरी जगह इतना बड़ा इन्वेस्ट मेंट करके जा सकें। इसलिये वो ज्यादती करता रहता है। यहां के निवासियों का जनहित में यही कहना है कि हम लोग तो फंसे ही हैं और कोई दूसरा यहां न आकर फंसे। इसलिये हम लोग विरोध कर रहे हैं और करते रहेंगे।