लखनऊ में विश्व धर्म संसद के लिए सहयोग और आशीर्वाद मांगा।
यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने लखनऊ में प्रेस वार्ता करके उत्तर प्रदेश की जनता से विश्व धर्म संसद के लिए सहयोग और आशीर्वाद मांगा।
हिन्दुओ से अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने और उन्हें अपने अस्तित्व की रक्षा योग्य बनाने का आह्वान करके गए यति नरसिंहानंद सरस्ववती।
लखनऊ के सभी हिन्दू संगठनों ने यति नरसिंहानंद सरस्वती जी के द्वारा धर्म रक्षा के कार्यो के लिए शॉल और फूल मालाओ द्वारा उनका सम्मान किया।
सूर्या बुलेटिन(लखनऊ) कल शिवशक्ति धाम डासना से अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज ने उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करके इस्लामिक जिहाद के विषय मे 15 से 19 दिसम्बर तक आयोजित होने वाली विश्व धर्म संसद के लिए उत्तर प्रदेश की जनता से सहयोग और समर्थन मांगा।
प्रेस क्लब में सभी हिन्दू संगठनों ने यति नरसिंहानंद सरस्वती जी का भव्य स्वागत किया।
यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज ने प्रेसवार्ता के माध्यम से बताया कि आज सम्पूर्ण विश्व मे इस्लाम का जिहाद कैंसर की तरह फैल गया है।इस्लामिक जिहाद किसी एक व्यक्ति,पंथ,समुदाय या धर्म का शत्रु नहीं है बल्कि संपूर्ण मानवता का शत्रु है। इस्लाम के जिहादी दुनिया के हर उस मानव की हत्या करने के लिए कटिबद्ध है जो कि उनकी विचारधारा को स्वीकार नहीं करता।दुनिया का जो भी पंथ,सम्प्रदाय या धर्म इस्लाम के जिहाद से पराजित हो जाता है,जिहादी उनकी औरतों को सामूहिक बलात्कार के बाद गुलामो की मंडी लगाकर बेच देते है और उनके सभी मर्दों के कत्ल कर देते है।आज लोकतंत्र इस्लाम के जिहादियो का सबसे बड़ा सहायक हो गया है,जहाँ वो अपनी जनसँख्या को बहुत तेजी से बढ़ाकर लोकतंत्र के माध्यम से देशों पर कब्जा कर लेते हैं और फिर वहां सभी गैर मुस्लिमो अर्थात काफिरों का कत्ल कर देते हैं।
आज इस्लाम का जिहाद कैंसर की तरह सारी दुनिया मे फैल गया है जिससे लड़ना अब बहुत जरूरी हो गया है।हम सनातन को मानने वाले पिछले 1400 साल से इस्लाम के जिहाद के सबसे निरीह शिकार हैं।स्थिति ये है कि भारत वर्ष को बढ़ती हुई मुस्लिम जनसंख्या ने महाविनाश की ओर धकेल दिया है।अब यह निश्चित हो चुका है कि केवल 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम होगा।भारतवर्ष का प्रधानमंत्री मुस्लिम होने का अर्थ है सम्पूर्ण सनातन धर्म का समूल विनाश।भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम बनने के केवल 20 सालों में इस्लाम के जिहादी लगभग 40 प्रतिशत हिन्दुओ का कत्ल कर देंगे,50 प्रतिशत हिन्दू धर्म परिवर्तन कर लेंगे और बचे हुए 10 प्रतिशत हिन्दू शरणार्थी शिविरों या विदेशों में रह जायेगे जो धीरे धीरे अपने धर्म को भूल जायेंगे।सनातन धर्म के विनाश के साथ ही सम्पूर्ण मानवता का विनाश भी निश्चित हो जाएगा।इस महाविनाश के दोषी और कोई नही बल्कि हम सनातन धर्म के मानने वाले ही होंगे जिन्होंने कभी भी सीना तान कर इस्लाम के जिहाद की सच्चाई दुनिया को नही बताई।अब हमें खड़े होकर अपनी पीड़ा और इस्लाम के जिहाद सच्चाई पूरी दुनिया को बतानी पड़ेगी तभी दुनिया इस्लाम के जिहाद की सच्चाई को समझ सकेगी।विश्व धर्म संसद इसी महान उद्देश्य के लिए बुलाया जा रहा है।विश्व धर्म संसद के माध्यम से हम पूरी दुनिया को इस्लाम की सच्चाई बता कर मानवता की सबसे बड़ी सेवा करेंगे।
यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया की वो विश्व धर्म संसद के आयोजन के लिए जगद्गुरु शंकराचार्य जी सहित सभी प्रतिष्ठित सनातनी धर्मगुरुओं का आशीर्वाद मांगने के लिए निकले हैं। संतो के आशीर्वाद से विश्व धर्म संसद विश्व इतिहास की एक अलौकिक घटना बन सकती है,जहाँ से सम्पूर्ण मानवता का इतिहास एक नई करवट लेगा।यह एक सराहनीय पहल है जिसका सारी दुनिया के गैर मुस्लिमो को स्वागत करना चाहिये।
उन्होंने विश्व के सम्पूर्ण हिन्दुओ का आह्वान करते हुए उनसे अधिक से अधिक बच्चे पैदा करके उन्हें अपने अस्तित्व की रक्षा करने योग्य बनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर लखनऊ के विभिन्न हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ यति सत्यदेवानंद सरस्वती,यति सेवानंद सरस्वती,अनुराग राय,सतेंद्र चाचा,अरुण त्यागी,सतेंद्र त्यागी और आशीष गुप्ता भी यति नरसिंहानंद सरस्वती जी के साथ थे।