गाजियाबाद के एसएसपी ने कहा मुझे मालूम नही,दिल्ली पुलिस से पूछो
- यति नरसिंहानंद सरस्वती जी की हत्या को अंजाम देने आया आतंकी दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार।
- देश की बड़ी से बड़ी मीडिया के कवरेज के बाद भी गाजियाबाद के एसएसपी ने पल्ला झाड़ा.
- कमलेश तिवारी हत्या कांड की तर्ज पर अंजाम देना चाहता था आतंकी।
सुर्या बुलेटिन(गाजियाबाद) दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम के द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकी जॉन मोहम्मद ड़ार की खबर के बाद एनसीआर सहित पूरे देश मे उबाल सा आगया.खबर को ज्यादातर सभी बड़े चैनलों व बड़े न्यूज़ पोर्टलों ने रात से ही दिखाना सुरु कर दिया था.सुबह 9 बजे तक ये खबर पूर्ण रूप से फैल चुकी थी.चुँकि यति नरसिंहानंद सरस्वती जी का स्थान गाजियाबाद में है,और वहाँ है जहाँ 90 प्रतिशत सम्प्रदाय विशेष के लोगो की आबादी है.
इन सभी बातों के मद्देनजर गाजियाबाद के पत्रकारो ने दोपहर बाद जब गाजियाबाद के एसएसपी से इस बात का हवाला जानना चाहा तो महोदय जी पत्रकारो पर नाराज हो गए और बोल दिया दिल्ली पुलिस से पूछ लो मुझे जानकारी ही नही है.जब इतनी बड़ी घटना के बारे में पता ही नही तो पुलिस प्रशासन सुरक्षा क्या खाक कर पायेगा?
मुख्य खबर
खुफिया तंत्र की माने तो कश्मीर के रहने वाले आरोपी जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती को साधू के वेष में मारने वाला था. गिरफ्तार आतंकी को पाकिस्तान के सहारे पनप रहे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने टारगेट किलिंग के लिए भेजा था.
महंत जी की हत्या की साजिश का खुलासा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने किया.
बता दे की डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक जा रहा
जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी उनकी हत्या की साजिश रच रहा था.महंत की हत्या लखनऊ के कमलेश तिवारी हत्याकांड स्टाइल में करब चाहते थे.कश्मीर के रहने वाला एक शख्स को भगवा चोला पहनकर गाजियाबाद में इस हत्याकांड को अंजाम देना था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर ऑपरेशन के दौरान जम्मू कश्मीर के पुलवामा के रहने वाले एक शख्स को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.…
गिरफ्तार आरोपी के पास से पिस्टल, 2 मैगजीन, 15 कारतूस, भगवा रंग का कुर्ता, कलावा, पूजा में इस्तेमाल होने वाला टीका और साधुओं के पहनने वाले कपड़े और समान बरामद किए गए हैं.
यति नरसिंहानंद की हत्या के लिए जम्मू कश्मीर से दिल्ली आया शख्स 2016 में सेना के ऊपर पत्थर बाजी में अनंतनाग में गिरफ्तार भी हो चुका है. आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद भी सेना के जवानों पर पत्थर बाजी के आरोप में भी यह पकड़ा गया था.
जैश के आतंकी ने जॉन मोहम्मद डार को कश्मीर में पिस्टल चलाने की ट्रेनिंग दी थी. उसके बाद दिल्ली भेजा था, जहां उमर नाम के शख्स ने आरोपी को हथियार मुहैया करवाया था.
आरोप है कि यति नरसिंहानंद ने इस्लामिक धर्म गुरु के खिलाफ टिपण्णी की थी, जिसके बाद से मुस्लिम समुदाय गुस्से में था. दिल्ली पुलिस ने स्वामी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी.
हत्याकांड की साजिश को अंजाम दिया जाता उससे पहले ही आरोपी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से भगवा कपड़ा, पूजा का सामान, पिस्टल, कुमकुम, कलावा बरामद भी बरामद हुआ है.