गाज़ियाबाद

जीडीए की मशीन का हो रहा दुरुपयोग, 26 लाख की नक्शे के पिं्रट मशीन पर चढी धूल -कम्प्यूटर विभाग बना डेमो भंडारण कक्ष

सूर्या बुलेटिन ( गाज़ियाबाद)। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) में अगर कार्य देखा जाए, सब कार्य भगवान भरोसे ही चल रहे हैं। सुविधाएं होने के बाद भी उनका प्रयोग नही कर रहा है कि अपने ही विभाग की सुविधाओं से अनभिज्ञ है। अभी तक खराब कम्प्यूटर यूपीएस आदि के नीलामी की व्यवस्था नहीं की गई है। खराब कम्प्यूटर जीडीए के कम्प्यूटर विभाग की शोभा बढाने में मदद कर रहे है। बता दें प्राधिकरण के प्लानिंग विभाग के द्वारा जो 26 लाख रूपए कीमत की नक्शा से जुडी मशीन खरीदी गई थीं। उसका जीडीए ने इस्तेमाल नही कर रहा है, जिस कारण विभाग मे मशीन धूल फांक रही है। जबकि वर्ष 2011 के दौरान एक मोटी कीमत के लैपटाप खरीदे गए थे, वह भी गायब है। कम्प्यूटर विभाग ये स्पष्ट नहीं कर पा रहा है कि लैपटाप किन अधिकारियों को दिए गए थे, मौजूदा मे लैपटाप किस स्थिति में है। हालांकि जीडीए के अधिकारियों की मानें तो आग बुझाने वाले सिलेंडर बदले जाने के लिए बाकायदा संबंधित अधिकारियों को कई बार लेटर लिखे गए है। इसके साथ साथ खराब कम्प्यूटर आदि नीलाम किए जाने के लिए भी आग्रह किया गया,लेकिन लेटर के बावजूद संबंधित अधिकारियों के द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया।

यहां बता दे कि प्राधिकरण कार्यालय परिसर के तीसरे तल पर कम्प्यूटर अनुभाग बनाया गया है। इस कम्प्यूटर विभाग के हालात को यदि गौर से देखा जाए तो कभी सीनियर अधिकारियों के द्वारा इसका जायजा नहीं लिया जाता है। देखने में आया कि जो आग बुझाने के लिए कभी सिलेंडर लगाए गए थे,उनकी एक्सपायरी साल 2017 में समाप्त हो चुकी है। बडी संख्या में बेकार कम्प्यूटर,यूपीएस आदि को देखा जा सकता है। इसी परिसर के एक हिस्से में कभी 26 लाख रूपए कीमत से नक्शें का प्रिंट जारी करने के लिए जो आधुनिक मशीन खरीदी गई थीं, उसे भी धूल फांकते हुए देखा जा सकता है। सूत्र बताते है कि बगैर किसी वर्क आर्डर के मशीन को खरीद लिया गया था। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना से जुडी फाइलें कम्प्यूटर विभाग के निकट रखी गई है, वह सुरक्षित नहीं है। वजह बरसात के दौरान अथवा टंकी के ओवर फलो होने की स्थिति में छत से पानी टपकता है। जिस कारण कभी भी खराब हो सकती है और प्रधानमंत्री आवास योजना की फाइल खराब हो सकती है।

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