विश्व बंधुत्व के महान लक्ष्य के लिये शिवशक्ति धाम डासना ने की ऐतिहासिक पहल
ब्यूरो रिपोर्ट- आकाश निर्वाण यादव
सूर्या बुलेटिन (गाज़ियाबाद)
यति नरसिंहानंद सरस्वती जी ने विश्व के सम्पूर्ण मुस्लिम समाज को शिवशक्ति डासना में सनातन शास्त्रीय विधि से पूजा करके प्रसाद ग्रहण करने का आह्वान किया।
शिवशक्ति धाम डासना के अधिष्ठाता यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज ने आज शिवशक्ति धाम डासना में प्रेस वार्ता करके विश्व के सम्पूर्ण मुस्लिम समाज का शिवशक्ति धाम डासना में आकर सनातन शास्त्रीय विधि से पूजा अर्चना करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के मूल सिद्धांतों में मानवीय समन्वय का सिद्धांत सबसे प्रमुख सिद्धांत है।किसी की भी पूजा पद्धति को लेकर हमने कभी किसी का विरोध नहीं किया है और हमारा यह सिद्धांत ही हमे अपने कर्मकांडो और पूजा पद्धति पर दृढ़ रहने की स्वतंत्रता देता है।शिवशक्ति धाम विश्व के सबसे प्रज्वलित पीठो में से एक है जिसको अपनी पूजा पद्धति पर अडिग रहने की स्वतंत्रता हमारा सनातन धर्म और भारतवर्ष का संविधान देता है।हमने शिवशक्ति धाम डासना में मुसलमानों का प्रवेश अपनी देव प्रतिमाओं को अपमान और अपनी बहन बेटियो को गुंडई और बदतमीजियों का शिकार होने से बचाने के लिये किया था।अगर इससे किसी मुसलमान की भावना यदि आहत हुई है तो उसे आत्मचिंतन की जरूरत है।वो ये अच्छी तरह समझ ले कि न तो हमारे जीते जी वो हमारी देव प्रतिमाओं को अपमानित कर पाएंगे और न ही हमारी बहन बेटियो का शिकार कर पाएंगे।अगर पूरी पृथ्वी का कोई भी मुसलमान अगर आस्था के साथ मन्दिर में आना चाहता है तो उसका बहुत बहुत स्वागत है।इसके लिये उसे हमारी सनातन शास्त्रीय विधि से पूजा करनी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि विश्वबंधुत्व के लिये वो सम्पूर्ण विश्व के मुस्लिमो का आह्वान करते हैं कि वो सनातन शास्त्रीय विधि से पूजा अर्चना करने के लिये शिवशक्ति धाम डासना में आये।अगर कोई मुसलमान कहता है कि वो अपनी विधि से हमारे मन्दिर में आकर पूजा करना चाहता है तो पहले वो मुझे अपनी मस्जिद में माँ और महादेव का यज्ञ हवन करने के लिये आमंत्रित करे और उसके बाद शिवशक्ति धाम डासना में खुशी खुशी आकर नमाज पढ़े।अगर कोई कहता है की मस्जिद में हमारी पूजा नहीं हो सकती पर उसे मन्दिर में नमाज पढ़ने दी जानी चाहिये तो वो अच्छी तरह से समझ ले कि अब पूरी दुनिया कुरान और हदीस को पढ़कर इस्लाम की असलियत को जान चुकी है और अब दुनिया भी इस्लाम के बारे में वो ही विचार रखती है जो इस्लाम दुसरो के बारे में रखता है।
उन्होंने यह भी कहा कि यति सन्यासी धर्म की रक्षा के लिये मर मिटने के लिये ही बने हैं।निर्दोष यति शिवानंद सरस्वती को जिस तरह मुस्लिम माफियाओं और जिहादियो को खुश करने के लिये पुलिस ने निर्दोष श्रृंगी यादव के साथ जेल भेजा है,उससे सारे यति सन्यासियों का अपमान हुआ है।अगर हम अपने सन्यासी के स्वाभिमान के लिये नहीं लड़े तो अपने समाज के लिये क्या लड़ेंगे?
उन्होंने सारे यति सन्यासियों को अपने सारे काम छोड़कर शिवशक्ति धाम डासना आने का आदेश दिया।
उन्होंने कहा कि जो भी यति सन्यासी भविष्य में कभी भी हमारा साथ,सहयोग और आशीर्वाद चाहता है वो यति शिवानंद सरस्वती जी के सम्मान की रक्षा के लिये जल्दी से जल्दी अपने कफ़न और अंतिम संस्कार का सामान लेकर शिवशक्ति धाम डासना पहुँच जाए।
प्रेस वार्ता में राघव मिश्रा जी,हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिंकी चौधरी,सतेंद्र त्यागी,अरुण त्यागी,सौरभ पण्डित, मोहित बजरंगी तथा अन्य गणमान्य भक्तगण उपस्थित थे।