गर्मियों में बहुत ज्यादा पानी पीना वाटर इंटॉक्सिकेशन का बन सकता है कारण, ये होते हैं लक्षण

गर्मी बढ़ती जा रही है. गर्मी में पसीना ज्यादा आता है तो प्यास भी ज्यादा लगती है. लोगों को डिहाइड्रेशन का भी डर लगा रहता है. इस डर के कारण कई बार जरूरत से ज्यादा पानी पीने लगते हैं. कम पानी पीने से डिहाइड्रेशन होता है तो जरूरत से ज्यादा पानी पीने से भी गंभीर बीमारी हो सकती है. ज्यादा पानी पीने से लिवर, किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. यहां तक शरीर पर सूजन भी आ सकती है. बहुत ज्यादा पानी पीने से क्या बीमारी हो सकती है, इस बारे में हमने बात की सीनियर पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट से.
गर्मी में शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने के लिए ज्यादा पसीना आता है, जिसके कारण शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है. हालांकि लोग केवल सादा पानी ही पीते हैं. कई बार तो तेज प्यास लगने पर लोग पेट भर कर पानी पी लेते हैं. जिससे पाचन संबंधी समस्या हो जाती है. यदि लगातार जरूरत से ज्यादा पानी पिया जाए तो वाटर इंटॉक्सिकेशन की भी समस्या हो सकती है. यह तब होता है जब शरीर में बहुत अधिक पानी जमा हो जाता है. शरीर में ज्यादा पानी जमा होने से सोडियम का स्तर बहुत कम हो जाता है. जिससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
वाटर इंटॉक्सिकेशन के लक्षण
सीनियर पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट और गाजियाबाद के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता बताते हैं कि गर्मी में तेज प्यास लगने पर धीरे-धीरे और सीमित मात्रा में ही पानी पीना चाहिए. यदि पानी की जगह शिकंजी या ओआरएस पिया जाए तो बेहतर होता है. सादा पानी पीने से तुरंत प्यास नहीं बुझती, जिसके कारण व्यक्ति जरूरत से ज्यादा पानी पी लेता है. इसके कारण वाटर इंटॉक्सिकेशन हो जाता है. यह होने पर कुछ लक्षण उभरते हैं. इनमें मतली, उल्टी, सिरदर्द, भ्रम, मांसपेशियों में कमजोरी और गंभीर मामलों में दौरे या कोमा.भी हो सकता है.
कितना पानी पिएं
डॉ.गुप्ता बताते हैं कि गर्मियों में ज्यादा पसीना आने के कारण शरीर में पानी की खपत बढ़ जाती है. जिसके कारण ज्यादा प्यास लगती है. इसके लिए थोड़ी थोड़ी देर में आधा से एक गिलास पानी पीते रहना चाहिए. प्रयास करें कि बार-बार केवल पानी ही न पिएं बल्कि घरेलू ड्रिंक का भी प्रयोग करें. प्रत्येक व्यक्ति की पानी की आवश्यकता अलग-अलग होती है. जो मौसम, गतिविधि स्तर और स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करती है. सामान्य तौर पर वयस्क को दिन में लगभग 2-3 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है. गर्मियों में या शारीरिक गतिविधि के दौरान, आपको अधिक पानी की आवश्यकता हो सकती है. यदि आपको कुछ लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.
ये सावाधानी बरतें
प्यास लगने पर ही पानी पिएं
जब तक आपको प्यास न लगे तब तक पानी पीने से बचें
एक बार में बहुत अधिक पानी न पिएं
पूरे दिन में थोड़ा-थोड़ा करके पानी पिएं