ओएलएक्स पर खरीदार बनकर साइबर शातिर ने ठगे 2 लाख रुपए
भुगतान के लिए भेजे क्यूआर कोड, कई बार में ठगी को दिया अंजाम
भरोसा दिलाने के लिए पेन कार्ड और फर्जी रसीदें भी भेजीं
कौशांबी पुलिस ने 14 दिन बाद 30 दिसंबर की रात मुकदमा दर्ज किया।
सूर्या बुलेटिन
गाजियाबाद। कौशांबी सेक्टर-1 में रहने वाले इंटीरियर-एक्सटीरियर कारोबारी से साइबर शातिर ने पांच बार में 198790 रुपए की ठगी कर ली। शातिर ने ओएलएक्स के जरिए खरीदार बनकर संपर्क किया और भुगतान के लिए क्यूआर कोड भेजा। जिसे स्कैन करते ही पीड़ित के खाते से रुपए ट्रांसफर हो गए। इसके बाद रुपए वापस आने की बात कहकर कई बार में शातिर ने लगभग दो लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित ने पीड़ित ने साइबर अपराध पोर्टल पर 16 दिसंबर को फोन किया। कौशांबी पुलिस ने 14 दिन बाद 30 दिसंबर की रात मुकदमा दर्ज किया।
कौशांबी सेक्टर-1 स्थित क्लाउड-9 में रहने वाले रितेश नंदन वैशाली में इंटीरियर-एक्सटीरियर का कारोबार करते हैं। रितेश के अनुसार उन्होंने ओएलएक्स पर एक ऑफिस टेबल बेचने के लिए एड डाला था। एक व्यक्ति ने खुद को सैकंड हैंड फर्नीचर का कारोबारी बताया और ऑफिस टेबल खरीदने में रुचि दिखाते हुए उन्हें फोन किया। सौदा तय होने के बाद व्यक्ति ने कहा कि वह पेटीम या गूगल पे के जरिए भुगतान नहीं करते हैं। खरीद-फरोख्त की बैंक डिटेल के लिए वह कार्ड के जरिए ही भुगतान करते और लेते हैं। उन्हें भरोसा दिलाने के लिए व्यक्ति ने क्यूआर कोड भेजा, जिसे स्कैन करने पर रितेश के बैंक खाते में 5 रुपए आ गए। इसके बाद व्यक्ति ने उन्हें 17995 रुपए के भुगतान के लिए क्यूआर कोड भेजा, जिसे स्कैन करने पर उनके खाते से 17995 रुपए कट गए। इस पर व्यक्ति ने कहा कि वह क्यूआर कोड के जरिए रुपए वापस कर रहा है। जिसके बाद उसने भुगतान के दो कोड भेजे, एक में 17995 रुपए वापसी थी और दूसरा उतना ही भुगतान था। लेकिन, उनके खाते में रुपए नहीं आए। इसके बाद फिर से उसने भरोसा दिलवाया और दोबारा से क्यूआर कोड भेजा। इस तरह से पांच बार में उनके खाते से 198790 रुपए कट गए। इस पर रितेश ने उसे धोखेबाज कहा तो व्यक्ति ने पेन कार्ड और कई फर्जी रसीदें भी भेजीं। रितेश के दो अलग-अलग बैंक के खातों से पैसा ट्रांसफर हुआ।
रितेश के अनुसार घटना 16 दिसंबर की है और उन्होंने इसकी शिकायत तुरंत साइबर अपराध पोर्टल पर की। साइबर पोर्टल से शिकायत कौशांबी थाने ट्रांसफर हुई। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिन बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर हुए हैं बैंक से उनकी जानकारी मांगी गई है।