युवती को अगवा कर की हैवानियत, अधमरा होने पर घर के पास फेंका
जिले के एक पत्रकार(सलामत मिंया) का बेटा है मुख्य आरोपी, पुलिस बचाने में जुटी,
दो दिन बाद आधी-अधूरी रिपोर्ट की दर्ज, गिरफ्तारी भी नहीं की गई,
केंद्र के बड़े कद्दावर नेता से घनिष्ठ संबंध बताता है पत्रकार , इसलिए पुलिस हट रही पीछे
सूर्या बुलेटिन
गाजियाबाद। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप करके उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई, स्थानीय पुलिस मामले को दबाने में जुटी रही। इससे मिलती जुलती एक घटना गाजियाबाद में भी सामने आई है। जिहादी मानसिकता वाले मुस्तफा ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक हिन्दू लड़की को अगवा किया और ऋषिकेश ले गए। जहां उसके साथ हैवानियत की गई। लड़की को अगले दिन उसके घर के पास मरणासन्न हालत में फेंक दिया गया। मामला जिले के एक पत्रकार (सलामत मिंया) से जुड़ा है और ये पत्रकार केंद्र के एक बड़े कद्दावर नेता से अपने घनिष्ठ संबंध बताकर जिले में रुआब जमाते हैं।
नेता जी पार्टी के बड़े पद पर होने के साथ साथ गाजियाबाद के पूर्व सांसद भी रह चुके है पत्रकार(सलामत मिंया) सरकारी सुरक्षा में घिर रहता है,सूत्र बता रहे है कि सुरक्षा भाजपा के बड़े नेता जी की कृपा से ही प्राप्त है। गाजियाबाद पुलिस ने नवम्बर 2022 के बाद से अपनी तरफ से कोई सुरक्षा देने से इनकार कर दिया है,जबकि केंद्र की सुरक्षा के साथ साथ कई बार यूपी पुलिस के जवान भी साथ चलते देखे गए है,हो सकता है कोई न कोई थानेदार भी अपनी कृपा बरसात हो।
दबंग पत्रकार महोदय के रसूक के चलते ही पुलिस मामले को दबाने में जुटी है। क्योकि आरोपी मुस्तफा पत्रकार (सलामत मिंया) का बेटा है,देखने मे ये भी आया है कि मुस्तफा भी अपने साथ शादी पार्टियों में कई सरकारी गनर लेकर चलता है इसकी भी जांच होनी चाहिए कि वो किस बेस पर 3 से 4 गनर लेकर चलता है।
बताया तो यहां तक जा रहा कि पीड़ित परिवार पर अप्रत्यक्ष दबाव बनाया जा रहा है । उनकी रिपोर्ट बमुश्किल दर्ज की गई है। घटना 21 अगस्त की है।
कविनगर थाने में पुलिस ने पीड़ित लड़की की मां की ओर से जो रिपोर्ट दर्ज की है उसके अनुसार थाना क्षेत्र कविनागर में रहने वाली एक लड़की को राज नगर सेक्टर-7 में रहने वाला अंशु चौधरी पुत्र सुधीर सहलोत 21 अगस्त की शाम को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया। रात को लड़की वापस आना चाहती थी, लेकिन उसे आने नहीं दिया गया और मोबाइल छीन कर अपने पास रख लिया। लड़की को ऋषिकेश ले जाया गया। जहां उसके साथ मारपीट और जबरदस्ती की गई। इसके बाद उसे 22 अगस्त की शाम को अपने दोस्तों आदित्य कपूर, यश औजाल और मुस्तफा के साथ पंचशील पेट्रोल पंप के पास अधमरी हालत में छोड़कर फरार हो गए। लड़की का मोबाइल भी चारों अपने साथ ले गए। यह कहानी पुलिस ने लिखवाई है। परिजनों का कहना है कि अंशु उनकी बेटी का मंगेतर है और वह उसके साथ घूमने गई थी।
ऋषिकेश में मुस्तफा अपने कुछ साथियों के साथ पहुंचा और उनकी बेटी के साथ पूरी घटना को अंजाम दिया। लड़की को देखकर हैवानियत की साफ साफ बू आ रही है, उसके शरीर पर जगह-जगह दांतों से बुरी तरह काटा गया। चेहरा, कमर, आंख, टांगें सभी जगह पर दांतों से काटने के गहरे निशान हैं। बेटी चीखती रही, चिल्लाती रही, लेकिन जिहादी मानसिकता रखने वाले दरिंदे को उस पर रहम नहीं आया।
दरिंदे उसे पूरी रात नोंचते-खसोटते रहे, काटते रहे। अगले दिन जब लड़की की हालत बेहद खराब हो गई और मरणासन्न हो गई तब हैवानों ने उसे घर के पास लाकर फेंक दिया। 22 अगस्त की रात को ही परिजनों ने पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस ने दो दिन बाद 24 अगस्त को रिपोर्ट दर्ज की।
6 दिन बाद 164 के बयान कराने से साफ जाहिर है कि पुलिस प्रसाशन ने जिहादी को जान बूझकर समय दिया है जिससे पीड़ित पक्ष पर अप्रत्यक्ष रूप से दबाव बनाया जा सके और बयानों में तब्दीली हो सके।उनकी तहरीर को तोड़ मरोड़कर दर्ज किया गया है।
पीड़ित लड़की के 164 के बयान करवाए गए हैं और अब पुलिस उन बयानों का अवलोकन करने में जुटी है और अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी तक नहीं की गई थीं।कल शाम से जब सुर्या बुलेटिन की टीम ने इस पर काम किया तो आज रात उपरोक्त चारो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।लेकिन वही हुआ जो होना था,पुलिस ने रेफ की धारा केवल उसके मंगेतर अंशु चोधरी के ऊपर लगाई है ,बाकी को नार्मल धाराओं में निरुद्ध किया है।