भाजपा महानगर अध्यक्ष को सौंपा अपना बायोडेटा
देश का नाम इंडिया से भारत करवाने की याचिका डालने वाले नमह लड़ना चाहते हैं चुनाव
सूर्या बुलेटिन (गाजियाबाद) जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के राष्ट्रपति की ओर से मेहमानों को भेजे गए निमंत्रण पत्र में प्रेजीडेंट ऑफ इंडिया के स्थान पर प्रेजीडेंट ऑफ भारत लिखने को लेकर विपक्ष ने हंगामा खड़ा किया था। विपक्ष का कहना था कि केंद्र सरकार देश का नाम इंडिया से भारत करना चाहती है और जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र इसका प्रमाण है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम इंडिया से भारत किए जाने के लिए ही ऐसा किया गया है। इसके पीछे एक और कहानी भी है। यह कहानी गाजियाबाद से जुड़ी है।
गाजियाबाद के रहने वाले नमह ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करके देश का नाम इंडिया से भारत किए जाने की मांग की थी। उनका कहना था कि देश के स्वाधीनता आंदोलन में भी देश का नाम भारत कहा गया था। स्वतंत्रता आंदोलन में कहीं भी कभी भी इंडिया शब्द का प्रयोग नहीं किया गया। देशवासियों की आस्था भारत शब्द से जुड़ी है, लेकिन आजादी के बाद सरकारी तौर पर भारत को इंडिया भी कहा जाने लगा। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत को इंडिया नाम से संबोधित किया जाने लगा। सुप्रीम कोर्ट ने 3 जून 2020 को जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले को प्रतिनिधित्व के तौर पर केंद्र सरकार के पास भेजा सकता है। शीर्ष अदालत ने कहा कि याचिका को एक अभ्यावेदन में तब्दील किया जाए और मंत्रालयों, मुख्य रूप से गृह मंत्रालय को भेजा जाए। जिसके बाद यह मामला केंद्र सरकार के विचाराधीन था। नमह ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मेहमानों को भेजे गए निमंत्रण पत्रों पर इंडिया की जगह भारत लिखने पर खुशी भी जताई थी। नमह के अनुसार केंद्र सरकार ने उनकी मांग को स्वीकार करते हुए देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत कर दिया है। इससे देशवासियों को गौरव का आभास हुआ है। अब नमह गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। उन्होंने भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को अपना परिचय पत्र (बायोडेटा) भी सौंपा है।