नई दिल्ली : ओमिक्रान का क्या है लक्षण और कैसे होता है इलाज पुरी खबर पढें ?
सूर्या बुलेटिन नई दिल्ली : नए वैरिएंट ओमिक्रोन का संक्रमण पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है। भारत में भी तेजी से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। भारत में अब तक 781 ओमिक्रोन संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए देश के कई राज्यों ने पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं। कई राज्यों ने तो नाइट कर्फ्यू लगाने का एलान किया है। आइये यहां जानते हैं कोरोना के इस नए वायरस के बारे में सबकुछ।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से दी गई जानकारी के मुताबिक, कोविड-19 के नए वैरिएंट B.1.1.529 ओमिक्रोन वैरिएंट संक्रमण के पहले दो मामले कर्नाटक में मिले थे। इनमें एक व्यक्ति की उम्र 66 साल और दूसरे की 46 साल बताई गई थी। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट कम विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा Omicron नाम दिया गया है और इसे ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ घोषित किया गया है। ओमिक्रोन दुनिया भर के वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय है, ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट पिछले संस्करण की तुलना में कहीं अधिक संक्रामक है। ओमिक्रोन वैरिएंट में 43 म्यूटेशन देखे जा रहे हैं, जो कि डेल्टा वैरिएंट में सिर्फ 18 ही थे।
विश्व में ओमिक्रोन वैरिएंट का सबसे पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। इसके बाद ये धीरे-धीरे विश्व के अन्य देशों में फैलता चला गया। कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रोन भारत में ही नहीं, बल्कि अमेरिका में भी तेजी से फैल रहा है। व्हाइट हाउस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, अमेरिका में ओमिक्रोन बच्चों को तेजी से अपना शिकार बना रहा है, जिसके चलते बड़ी संख्या में बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में न्यूयॉर्क में 18 साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या 4 गुना तक बढ़ गई है। अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अस्पतालों में भर्ती होने वाले बच्चों में 5 साल से कम उम्र के 50 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे शामिल हैं। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की ओर से जारी किए गए डेटा के मुताबिक, अमेरिका में रोजाना करीब एक लाख 90 हजार मामले सामने आ रहे हैं।
पहले लक्षणों में स्क्रैची थ्रोट है। इसमें गला अंदर से छिल जाता है। वहीं डेल्टा वैरिएंट में गले में खराश की प्रॉब्लम होने लगती है। डिस्कवरी हेल्थ, साउथ अफ्रीका के चीफ एग्जीक्यूटिव रयान रोच ने बताया कि नाक बंद होना, सूखी खांसी और पीठ में नीचे की तरफ दर्द की समस्या ओमिक्रोन पीड़ित को हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कोविड की स्थिति पर अहम बैठक की और स्थिति और तैयारियों का जायजा लिया। पीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक में सतर्क और सावधान रहने की हिदायत दी। प्रधानमंत्री ने कहा की केंद्र सरकार पूरी तरह से तैयार है। पीएम ने कहा कि सरकार प्रोएक्टिव एक्शन और राज्यों को सपोर्ट देने के लिए काम कर रही है। कांटेक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग टेस्टिंग, वैक्सीनेशन और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस है। केंद्र सरकार जल्द ही उन राज्यों में टीम भेजेगी जहां कोरोना का वैक्सीनेशन का रेट कम है, जिन राज्यों में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं और उन राज्यों में भी केंद्रीय टीम जाएगी जहां स्वास्थ्य सुविधाएं कमजोर हैं।