मेयर साहिबा बम्हैटा वासियों को दे दो एक-एक नाव
नगर निगम से नहीं रुक रहा बरसात में जल भराव
बरसातसेपहलेनगरायुक्त, मेयरसबकरतेवादा, फिरभीसड़कबनजातीहैनाला
सूर्या बुलेटिन (गाजियाबाद)। महानगर के पॉश एरिया वेबसिटी से सटे हुए वार्ड 42 के ग्राम शाहपुर बम्हैटा के लोगों ने बुधवार की सुबह जैसे ही आंख खोली तो उन्हें सड़क की जगह नदी दिखाई दी। इस पर क्षेत्रीय निवासियोंं को बहुत गुस्सा आया। सबसे पहले तो लोगों ने नगर निगम, नगरायुक्त, मेयर और पार्षद सभी को जी भर कर कोसा फिर सभी ने एकस्वर से मेयर से यह पुकार लगायी कि मेयर साहिबा बम्हैटा के निवासियों को एक-एक नाव दिला दो। आपकी सारी टेंशन हमेशा के लिए दूर हो जायेगी।
गाजियाबाद स्वच्छता में नंबर रहता है तो कभी विकास के मामले में सबसे आगे रहता है। ऐसे दावे महानगर के नगर निगम, नगरायुक्त और मेयर द्वारा किये जाते हैं। ये दावे लगभग प्रत्येक वर्ष बरसात से पहले किये जाते हैं और शहर के सड़कों के निर्माण और नालों की सफाई में करोड़ों खर्च किये जाते हैं। नगर निगम, नगरायुक्त और मेयर द्वारा किये जाने वाले दावों में गाजियाबाद को स्वर्ग से भी सुन्दर बताया जाता है लेकिन बरसात की चार बूंदें नगर निगम के इन दावों की पोल खोल देतीं हैं।
शाहपुर ग्राम बम्हैटा के निवासी व सूर्या बुलेटिन के सम्पादक अनिल यादव का कहना है शहर के बीचोबीच स्थित वार्ड 42 के पास ग्राम शाहपुर बम्हैटा की सड़कों दुर्दशा का बखान नहीं किया जा सकता है। नगर निगम के दावों की बात मानें तो यहां की सड़के महानगर की सबसे अच्छी सड़कें हैं लेकिन हकीकत बुधवार को उस समय खुल गयी जब बरसात के बाद पता नहीं चल रहा था कि सड़क कहां है और नालियां कहां पर है। सड़कों पर कमर तक भरे पानी से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। श्री यादव ने बताया कि यहां के ग्रामीण तो महानगर की मेयर साहिबा आशा शर्मा जी से यह मांग कर रहे हैं कि यदि शाहपुर बम्हैटा की सड़केंं नहीं बनवा पा रहीं हैं तो यहां के लोगों को एक-एक नाव ही बांट दो ताकि यहां के लोग बरसात में अपना काम धंधा आराम से कर सकें। मेयर साहिबा नाव देने से हमेशा के लिए आपकी टेंशन खत्म हो जायेगी।