सनातन धर्म की रक्षा किये बिना हमारा अस्तित्व बचना सम्भव नहीं-यति नरसिंहानंद सरस्वती
सूर्या बुलेटिन(गाजियाबाद) कल गाज़ियाबाद जिले के मुरादनगर के गाँव रेवड़ी के प्राचीन शिव मंदिर में सनातन धर्म की रक्षा,सनातन धर्म के मानने वालों की रक्षा और सनातन धर्म के सभी शत्रुओ के समूल विनाश की कामना से 8 दिवसीय माँ बगलामुखी महायज्ञ और श्रीमद्भगवद्गीता पर आधारित ज्ञान चर्चा का कार्यक्रम आरम्भ हुआ।
महायज्ञ प्रारम्भ करते समय आशीर्वचन प्रदान करते हुए अखिल भारतीय सन्त परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा की आज सनातन धर्म का अस्तित्व खतरे में दिखाई देता है।ऐसे में सनातन धर्म के सभी धर्मगुरुओं को सभी हिन्दुओ को विजय और सद्बुद्धि की देवी माँ बगलामुखी और महादेव की साधना करनी चाहिये।सदबुद्धि प्राप्त होने से ही हिन्दू अपने अस्तित्व के लिये संघर्ष कर सकेगा और सनातन धर्म,अपने परिवार और अपने अस्तित्व की रक्षा में सक्षम बन सकेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म से बढ़कर कुछ भी नहीं है। अर्थ है सम्पूर्ण मानवता और अच्छाई का विनाश हो जाना।जब भी कोई मानव धर्म की रक्षा के लिये माँ बगलामुखी की शरण मे गया है तो माँ ने धर्म की रक्षा की है।आज हम भी धर्म की रक्षा के लिये माँ बगलामुखी की शरण में हैं और मुझे पूर्ण विश्वास है की माँ हमारी अवश्य ही धर्म की रक्षा करेंगी।
उन्होंने यह भी कहा कि हर हिन्दू अपने मस्तिष्क में अच्छी तरह से बिठा ले कि सनातन धर्म की रक्षा करे बिना हम सबके अस्तित्व का बचना असम्भव है।
यज्ञ पुरोहित पण्डित सनोज शास्त्री जी ने विद्वान ब्राह्मणों तथा यति सत्यदेवानंद सरस्वती,यति सेवानंद सरस्वती के साथ यज्ञ का शुभारंभ किया।
यह महायज्ञ जितेंद्र गुर्जर,डा विपिन शर्मा,अमित गुर्जर, डा अनिल कुमार,मुननेदर,रवि कसाना,अरूण कसाना,विक्रांत सुमित आर्य,संजय कसाना,अंकुर त्यागी,गोल्डी आर्य,बिरेंद्र कसाना,लोकेंद्र ,वी पी सिंह,गोफी भक्त जी,लायक राम शर्मा ,अनिल कसाना तथा अन्यभक्त गणो के सहयोग से किया जा रहा है।