बूढ़े सन्यासी का सम्मान बचाने के लिये उमड़ पड़े पूरे देश के युवा
राष्ट्र निर्माण ट्रस्ट की ओर से सुरेश चव्हाणके जी 25 लाख पूरे शिवशक्ति धाम डासना को देंगे
सुर्या बुलेटिन(गाजियाबाद) असलम चौधरी की शिवशक्ति धाम डासना का बोर्ड उतारने की धमकी का उत्तर देने के लिये आज पूरे देश से युवाओं का जनसैलाब शिवशक्ति धाम डासना की ओर उमड़ पड़ा। पुलिस और प्रशासन ने हर स्तर पर युवाओं को शिवशक्ति धाम डासना में आने से रोकने के लिये अपनी पूरी शक्ति लगाई परन्तु पूरे देश के हिन्दू युवाओं ने एक बूढ़े सन्यासी को शक्ति देने के लिये अपने स्तर पर बिना किसी आह्वान के शिवशक्ति धाम डासना के पूरे मंदिर परिसर को भर दिया और पूरा डासना हर हर महादेव तथा जयश्री राम के नारे से गूंज उठा।
देश के कई विख्यात सन्यासियों ने भी आज शिवशक्ति में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई जिनमे महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद जी,दण्डी स्वामी इंदु आश्रम जी महाराज,स्वामी रामस्वरूपानंद सरस्वती,स्वामी कृष्णदेवानंद सरस्वती,मछेन्द्र पूरी जी महाराज,महंत पूजानंद गिरी(डॉ पूजा शकुन पांडेय),साध्वी आस्था माँ, साध्वी विमलगिरी जी,साध्वी साधना गिरी,साध्वी भावना तथा अन्य संत उपस्थित थे।
इन युवाओं के साथ अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कई विद्वान और बुद्धिजीवियों ने भी शिवशक्ति धाम डासना पहुँचकर सनातन धर्म की रक्षा हेतु अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की जिसने वीर चक्र विजेता कर्नल टी पी एस त्यागी जी,राष्ट्र निर्माण ट्रस्ट के सुरेश चव्हाणके,तुफैल चतुर्वेदी,बहनमधु किश्वर,अंकुर आर्य,कैप्टेन शशिभूषण त्यागी,शुभम मंगला,आशीष गोडसे,अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि अमित शर्मा,कमल आग्नेय,अशोक पांडेय,कर्मयोगी की पूरी टीम,दीपक सिंह,बृजभूषण सैनी,राजू सैनी तथा अनेक अन्य गणमान्य बुद्धिजीवी सम्मिलित थे।
पिंकी तोमर,नीरज त्यागी,अक्षय त्यागी,सुभाष बजरंगी, राकेश कोरी,मुकेश त्यागी,संजय त्यागी,मनोज त्यागी सहित सभी प्रमुख संगठनों के कार्यकर्ता आज शिवशक्ति धाम डासना में आये।
इस अवसर पर राष्ट्र निर्माण ट्रस्ट के मुखिया सुरेश चव्हाणके जी ने शिवशक्ति धाम डासना के पुनर्निर्माण के लिये 25 लाख रुपये इकठ्ठे करके देने का संकल्प लिया।उन्होंने कहा कि यति नरसिंहानंद सरस्वती जी ने जो अलख जगाई है,हम उसके बुझने नहीं देंगे और शिवशक्ति धाम को सनातन धर्म का अभेद्य गढ़ बनाकर ही दम लेंगे।
शिवशक्ति धाम डासना की ओर से यति माँ चेतनानन्द सरस्वती जी ने सभी आने वालों साधुवाद और आशीर्वाद देते हुए कहा कि यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज को कोई भी अकेला और कमजोर न समझ ले।जब तक हम सब मारे नहीं जाते तब तक कोई इस बोर्ड को छू भी नहीं सकता और अब यह बोर्ड भारत के हर मन्दिर में लगाने का अभियान चलाया जाएगा।