दादरी विधायक को बदनाम करने के लिए रचा गया था षड्यंत्र: जगत सिंह नागर
राजा नैन सिंह ट्रस्ट की मीटिंग में कहा गया- विधायक तेजपाल नागर का इस मामले से कोई नाता नहीं
गुर्जर शब्द पर स्याही पोतने की साजिश की पटकथा महीनों पहले लिख दी गयी थी:रूप चंद
सूर्या बुलेटिन (गाजियाबाद)। गुरुवार को राजा नैन सिंह ट्रस्ट की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष एडवोकेट जगत सिंह नागर ने की। बैठक में ज्यादातर लोग दादरी क्षेत्र से शामिल हुए। इस बैठक में उपस्थित लोगों ने दादरी में हाल ही में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण पर उत्पन्न विवाद पर चर्चा की। सभी वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे।
इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष जगत सिंह नागर ने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की सैकड़ों मूर्तियां लगीं हुई हैं। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में वसंुधरा चौक पर मूति लगी हुई है, दिल्ली में सराय काले खां से लेकर गाजियाबाद में डासना एनएच 24 सड़क का नाम गुर्जर सम्राट मिहिर भोज मार्ग का पत्थर लगा है, जिसका उद्घाटन दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा ने किया था। उन्होंने बताया कि दिल्ली के अक्षरधाम में लगे पत्थर पर भी गुर्जर सम्राह मिहिर भोज का नाम स्पष्ट लिखा है। कभी कोई विवाद आज तक नहीं हुआ, दादरी में जो विवाद हुआ है वह स्थानीय और छिछली राजनीति के कारण हुआ है।
श्री नागर ने कहा कि दादरी के विधायक तेजपाल नागर द्वारा कराये गये विकास कार्यों से जनता के बीच उनकी बढ़ती लोकप्रियता से विपक्षी दल बौखला गये हैं और वे मौका तलाश रहे थे कि किस तरह से तेजपाल नागर को नीचा दिखाया जाये। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के एक शीर्ष नेता, जिन्हें राष्ट्रीय राजनीति में भाग लेना चाहिये था, वो भी स्थानीय राजनीति में उलझे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण से विधायक तेजपाल नागर का दूर दूर तक कोई नाता नहीं है। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत गुर्जर शब्द पर स्याही पोती गयी है। इस अवसर पर उपस्थित सभी वक्ताओं ने विधायक तेजपाल नागर के उज्जवल भविष्य की कामना की;
प्रो. ज्ञानेन्द सिंह ने इस अवसर पर कहा कि विधायक तेजपाल सिंह नागर जैसा विकास पुरुष दादरी में पहले कभी नहीं रहा, उनका मोबाइल कभी बंद नहीं रहता रात के 12 बजे भी जनता के काम के लिए चल पड़ते हैं। रूपचंद नागर ने कहा कि इस षड्यंत्र की पटकथा महीनों पहले लिख दी गई थी। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को ग्रेटर नोएडा के परीचौक पर होने वाली पंचायत एक तरह से समाजवादी पार्टी की मीटिंग है। अनिल मावी ने बताया कि इसी विषय को लेकर 3 अक्टूबर को गढ़ में भी एक सभा रखी गयी है।
इस मौके पर बबली कसाना, तेजपाल आर्य, डॉ. जितेन्द्र नागर, रामपत सिंह नागर, सुरेन्द्र प्रेमी, भंवर सिंह, वेदपाल, भगत सिंह गुर्जर, राजेन्द्र विकल, वन्दना चौधरी, देशराज नागर, सुभाष प्रधान, शिवम नागर, हिमांशु गुर्जर, राजपाल वेदी आदि लोग उपस्थित थे।