घटतौली करने वाले 5 राशन डीलर नपे, 5 नपने को तैयार
भद्रता करने वाले राशन डीलरों की अब खैर नहीं: डीएसओसूर्याबुलेटिन (गाजियाबाद)। जिला प्रशासन द्वारा राशन डीलरों पर शिकंजा कसा जा रहा है। जिले में राशन डीलरों द्वारा नि: शुल्क राशन वितरण के तहत कार्ड धारकों को कम राशन देने और अभद्रता करने वाले पर सख्त कार्रवाई शुरू हो गयी है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर जहां राशन डीलरों पर अब खाद्य पूर्ति निरीक्षक की जगह एसडीएम जांच करके कार्रवाई कर रहे है। जिलाधिकारी ने बताया कि किसी भी राशन डीलर द्वारा कम राशन देने और कार्डधारकों के साथ बदसलूकी की शिकायत मिली तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं,जिला आपूर्ति विभाग ने कार्ड धारकों को कम राशन देने के मामले में जहां एक माह में 5 राशन डीलरों के लाइसेंस निरस्त कर दिए है। वहीं,5 राशन डीलरों के खिलाफ जांच बैठा दी है। जिला प्रशासन द्वारा अब नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में राशन वितरण किया जा रहा है। नोडल अधिकारियों की निगरानी करने के लिए 16 पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर राशन डीलरों की शिकायतों मिलने के बाद अब उनकी खाद्य आपूर्ति निरीक्षक से नहीं बल्कि एडीएम एवं एसडीएम से जांच भी कराई जा रही हैं। जिला पूर्ति अधिकारी डॉ.सीमा चौधरी ने बताया कि शहर में एक राशन डीलर की दुकान से कम से कम 4 हजार कार्ड धारकों को संबद्ध करने की व्यवस्था लागू की गई है। वहीं,ग्रामीण क्षेत्रों में राशन वितरण की रसीद भी दी जा रही है। शहर में रसीद दिए जाने की तैयारी चल रही हैं। जिले में 559 राशन की दुकानों के जरिए 4.25 लाख कार्ड धारकों को महीने में दो बार में 1.76 लाख क्विंटल गेहूं,चावल का वितरण किया जा रहा है। जिले में अब तक राशन वितरण में गड़बड़ी पर 3 डीलरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ ही 42 के लाइसेंस निलंबित और पांच के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। जिला पूर्ति अधिकारी डॉ. सीमा चौधरी ने बताया कि डीएम के आदेश पर राशन डीलरों की शिकायत मिलने के बाद जांच कराई जा रही है। वहीं,डीलरों द्वारा कम राशन देने और दुकानों को समय पर नहीं खोलने के अलावा कार्डधारक को पूरी जानकारी नहीं देने आदि शिकायतों की जांच कराई जा रही है। इनकी रिपोर्ट आने के बाद ऐसे राशन डीलरों के लाइसेंस निरस्त किए जा रहे हैं। पांच दुकानों के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके है। जबकि पांच डीलरों की जांच चल रही है।जांच रिपोर्ट आने के बाद तथ्य सही मिलने पर इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे।