Breaking News
Pay Now
Home 25 अंतरराषट्रीय 25 ‘भारत में कोविड से मौत का डेटा अपने ही आंकड़ों की पुष्टि है’: WHO तकनीकि समूह के एक्सपर्ट 

‘भारत में कोविड से मौत का डेटा अपने ही आंकड़ों की पुष्टि है’: WHO तकनीकि समूह के एक्सपर्ट 

Spread the love

सूर्या बुलेटिन : भारत में कोविड से 47 लाख से ज्यादा मौतों की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट का जहां सरकार ने तीखे स्वर में खंडन किया है, वहीं इस विवाद में डब्ल्यूएचओ के तकनीकी सलाहकार समूह (TAG) के एक सदस्य का कहना है कि यह डेटा सरकार के अपने आंकड़ों की पुष्टि करती है.

गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में WHO ने कहा है कि जनवरी 2020 से दिसंबर 2021 के बीच भारत में 47 लाख से ज्यादा कोविड मौतें हुई हैं, जो अधिकतम आधिकारिक आंकड़ों का 10 गुना और वैश्विक स्तर पर कोविड से हुई मौतों का लगभग एक तिहाई है. रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आंकड़ा 1.5 करोड़ है- जो आधिकारिक 60 लाख के आंकड़े से दोगुने से भी ज्यादा है.

साल 2020 में, भारत ने नागरिक पंजीकरण प्रणाली के तहत 4,74,806 अधिक मौतों को – यानी सामान्य से अधिक – के रूप में दर्ज किया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डब्ल्यूएचओ की डेटा संग्रह प्रणाली को “सांख्यिकीय रूप से अपुष्ट और वैज्ञानिक रूप से संदिग्ध” कहा है.

कोविड से मौत से जुड़े डब्ल्यूएचओ की डेटा प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे प्रभात झा ने एनडीटीवी से बात करते हुए डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों का पूरी तरह से समर्थन किया है और कहा कि यह सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों और अन्य स्वतंत्र सर्वेक्षणों की ही तर्ज पर है.

डॉ झा ने एनडीटीवी से कहा, ”मैं इन (WHO) नंबरों को स्वीकार करता हूं और वास्तव में, भारत सरकार द्वारा 2020 का नागरिक पंजीकरण प्रणाली डेटा जारी करना  WHO के 2020 के अनुमानों की पुष्टि करता है. आगे बताता हूं कैसे? 2020 में सीआरएस में 8.1 मिलियन मौतें दर्ज की गईं. यदि आप इसकी तुलना पिछले दो वर्षों के औसत से करते हैं, आप इसकी तुलना एक वर्ष से नहीं कर सकते हैं- वह चेरी-पिकिंग होगा. आप इसकी तुलना पिछले दो साल के औसत से करें – तो अंतर 0.8 मिलियन मौतों का आता है. 2020 में मौतों के लिए WHO का क्या अनुमान है? वह भी 0.8 मिलियन मौतें हैं. अब आइए, राष्ट्रीय मृत्यु के आधार पर हमारा अनुमान क्या है? यह भी 0.6 मिलियन मौतें हैं लेकिन इसमें हमने केवल आठ महीने ही कवर किए.”

 

उन्होंने कहा, “इसलिए सीआरएस रिलीज 2020 के डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों की पुष्टि करता है.”

About Amit Pandey

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*