सूर्या बुलेटिन (गाजियाबाद): अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए कल आवास विकास परिषद ने सात अवैध इमारतों को सील कर दिया। यह कार्रवाई वसुंधरा के सेक्टर एक में की गई। सेक्टर एक में बिल्डर एकल यूनिट पर अवैध रूप से तीन-चार मंजिला इमारतें खड़ी कर फ्लैट बना रहे हैं। इसके लिए परिषद को लगातार शिकायत मिल रही थी।
अधीक्षण अभियंता नर¨सह प्रसाद के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। अधिशासी अभियंता एलएम पांडेय के नेतृत्व में निर्माण खंड 16 की प्रवर्तन टीम सेक्टर एक पहुंची। अधिशासी अभियंता ने बताया कि सेक्टर एक में पूर्व में चिह्नित किए गए प्लॉट संख्या 714, 611, 497, 891, 762, 76 और 966 पर बनी इमारतों को सील करने की कार्रवाई की गई है। सभी एकल यूनिट के प्लॉट हैं और इन पर अवैध रूप से चार मंजिला इमारत खड़ी कर फ्लैट बनाए जा रहे थे। सभी फ्लैट पूरी तरह से अवैध हैं।
ऐसे में परिषद ने पूरी इमारत को ही सील कर दिया। बेसमेंट में हो पार्किंग तो हो सकता है अवैध निर्माण: अधिशासी अभियंता एलएम पांडेय ने बताया कि जिन प्लॉटों पर फ्लैट बनाए जा रहे हैं वह पूरी तरह अवैध हैं क्योंकि ये सभी एकल यूनिट पर बने हैं। इन पर सिर्फ ढाई मंजिल ही निर्माण हो सकता है। इतना ही नहीं अगर फ्लैट के साथ बेसमेंट अथवा स्टिल्ट पार्किंग दी जा रही है तो समझ लीजिए की फ्लैट अवैध हो सकता है। आवास विकास परिषद किसी भी एकल यूनिट पर बेसमेंट अथवा स्टिल्ट पार्किंग का नक्शा पास नही करता है। ऐसे में फ्लैट अवैध हो सकते हैं। सेक्टर एक और दो में हैं सबसे अधिक अवैध फ्लैट: अगर आप सेक्टर एक और दो में फ्लैट देख रहे हैं तो सावधान हो जाएं। आपका फ्लैट पूरी तरह अवैध हो सकता है।
चार मंजिला इमारतों में बने ज्यादातर सभी फ्लैट अवैध हैं। वहीं सेक्टर एक और दो में अवैध निर्माणों की भरमार हो गई है। चारो ओर बिल्डर अवैध रूप से फ्लैट बनाकर बेच रहे हैं। परिषद भी इन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। परिषद के कुछ अधिकारी अवैध फ्लैट बनाने के गोरखधंधे में लिप्त हैं।