जीडीए को कई सौ करोड़ की जमीन पर अवैध कब्जे की है आशंका
सूर्या बुलेटिन (गाजियाबाद)। लोहिया विहार और शांतिनगर में नगर निगम द्वारा मकानों को गिराने के बाद से गाजियाबाद में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर सनसनी मच गयी है। अभी तक नगर निगम ही अपनी जमीन को मुक्त कराने के लिए अभियान चला रहा था। नगर निगम की देखादेखी जीडीए ने भी अपनी जमीन को अवैध कब्जों से मुक्त कराने का प्लान बनाया है। इसके लिए उसने नयी तकनीक का सहारा लेने का निश्चय किया है। जीडीए भू—अर्जन विभाग द्वारा तैयार जमीन अधिग्रहण के नक्शे को सुपर इंपोज़ प्लान में बदलकर पता लगाएगा कि कहां जमीन पर अवैध कब्जा है। जीडीए का टारगेट है कि अपनी पूरी जमीन पर कब्जा लिया जाए। भू—अर्जन विभाग से जीडीए ने पूरा डेटा मंगा लिया है। अब जीडीए कॉलोनीवार इंजीनियरिंग विभाग द्वारा यूज़ की गई जमीन का डेटा तैयार कर रहा है। इस डेटा से भू—अर्जन विभाग के डेटा को सुपर इंपोज़ किया जाएगा। इससे यह आसानी से पता लग जाएगा कि कितनी जमीन का अधिग्रहण किया गया और कितनी जमीन पर कब्जा लिया गया। दरअसल, जीडीए को लगता है कि उसकी कई सौ करोड़ रुपये की जमीन पर अतिक्रमण हो चुका है। इसी को लेकर जीडीए काफी समय से चिंतित है। जीडीए के भू—अर्जन विभाग का तर्क है कि सुपर इंपोज़ प्लान के जरिए ही जीडीए अपनी जमीन का पता लगा सकता है। इसलिए अवैध कब्जा करने वालों को सावधान हो जाना चाहिये।