पटना । रविवार को पटना के गांधी मैदान में होने वाली भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली के पहले राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव शांत, आत्मविश्वास से भरे हुए दिखे। उन्हें उम्मीद है कि इस रैली में लाखों की संख्या में समर्थक भाग लेंगे।
लालू की रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, जदयू नेता शरद यादव, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, सीपी जोशी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तारिक अनवर, रालोद नेता चौधरी जयंत सिंह, सीपीआइ के सुधाकर रेड्डी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत शोरेन, जेवीएम के बाबूलाल मरांडी, एआइयूडीएफ सुप्रीमो बदरूद्दीन अजमल सहित सहित विभिन्न विपक्षी दलों के कुल 21 नेताओं ने आने की पुष्टि की है।
राजद के प्रदेश कार्यालय से जारी एक सूची के अनुसार इन नेताओं के अलावा तृणमूल कांग्रेस, सपा, कांग्रेस, राकांपा, भाकपा, आरएलडी, जदयू, जेएमएम, जेवीएम, डीएमके, केरल कांग्रेस, आरएसपी, एआईयूडीएफ, राकांपा और जेडीएस के कुल 21 नेता लालू प्रसाद की रैली में मंच साझा करेंगे।
हालांकि बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायवती इस रैली में शामिल होने से मना कर चुकी हैं। वहीं कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी विदेश यात्रा पर हैं।
पटना स्थित 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर लुंगी और गंजी पहने कुर्सी पर आराम फरमाते लालू यादव यादव ने कहा कि मैं पूरी तरह निश्चिंत हूं। इस रैली में जनसैलाब उमड़ेगा। संशय का कोई सवाल ही नहीं है। हमारे पार्टी के नेता, कार्यकर्ता, समर्थक और हमसे सहानुभूति रखने वाले लोग ढ़ोल और नगाड़े के साथ पटना आने लगे हैं। सब अपने साथ चूड़ा और सत्तू लेकर आ रहे हैं। वे दूसरी पार्टियों के समर्थकों की तरह नहीं हैं। अपनी व्यवस्था खुद कर के चलते हैं। ऐसे हमने भी उनके लिए भोजन की व्यवस्था की है।
लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव महागठबंधन टूटने के बाद राजद के नये चेहरे के तौर पर उभरे हैं। भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद वे जनादेश अपमान यात्रा पर निकले और अपने समर्थकों से इस रैली में आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम इस रैली में नीतीश कुमार के दोमुहे बात और मौकापरस्त गठबंधन की पोल खोलेंगे। बतायेंगे कि उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन क्यों किया।
राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि पटना शहर में हर जगह राजद का बैनर और पोस्टर दिख रहा है। इस रैली से एक बार फिर यह साबित हो जायेगा कि लालू यादव ही बिहार में सबसे बड़े जनाधार वाले नेता हैं और अभी भी उनका समाजिक समर्थन आधार मौजूद है। लालू जी ही एकमात्र ऐसे नेता हैं जो भाजपा को चुनौती दे सकते हैं और मुकाबला कर सकते हैं।
हालांकि, अटकलें यह भी लगायी जा रही है कि उत्तर बिहार के सीमांचल, कोसी और मिथिलांचल में बाढ़ के कारण वहां से राजद समर्थकों को पटना लाना एक बड़ी चुनौती है। सभी की नजरें इस रैली पर टिकी हैं, क्योंकि इसी के बहाने लालू अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन करेंगे।
रैली को लेकर सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम
राजद की रैली की सुरक्षा के लिए चार हजार से अधिक पुलिसकर्मियों और पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती हो रही है। शुक्रवार की रात से ही गांधी मैदान के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। सभी गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाए जा रहे हैं। पुलिसकर्मियों का अवकाश भी रद कर दिया गया है।
बीस स्थानों पर पार्किंग
रैली को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने 20 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की है। उत्तर बिहार व फतुहा की ओर से आने वाला वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था ट्रांसपोर्ट नगर में की गई। यहां 200 बड़े वाहन पार्क किए जाएंगे। वहीं एक हजार छोटे वाहनों के लिए जीरो माइल से मीठापुर तक न्यू बाईपास के दोनों फ्लैंक में एक लाइन में लगाने की व्यवस्था की गई है।
लगातार बैठक का दौर
रैली में कम से कम एक लाख की भीड़ का अंदाजा लगाया जा रहा है। पूर्व में गांधी मैदान की घटनाओं को देखकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। रैली के दौरान शहर के प्रमुख स्थानों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई। गांधी मैदान के आसपास, होटल, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर लगातार चेकिंग हो रही है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिन भर पुलिस अधिकारियों की बैठक चलती रही। पुलिस अधिकारियों ने कई बार गांधी मैदान का जायजा लिया।