सूर्या बुलेटिन : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे के मुद्दे को लेकर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे अयोध्या से जोड़ते हुए कहा कि बीजेपी कुछ भी कर सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी ने अयोध्या में रात के अंधेरे में मूर्तियां रखवा दी थीं।
अखिलेश यादव ने बुधवार शाम कहा, ”अयोध्या से बेहतर कोई नहीं जानता होगा, एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरे में मूर्तियां रख दी गईं। बीजेपी कुछ भी कर सकती है। बीजेपी कुछ भी करा सकती है।” वह अयोध्या में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी अंग्रेजों की तरह ‘बांटों और राज करो’ फॉर्म्युले पर चल रही है।
अखिलेश यादव ने कहा, ”ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा उठाया जा रहा है। यह स्मोक स्क्रीन है। यह मुद्दा भाजपा जानबूझकर उठा रही है। जिस तरह अंग्रेजों ने डिवाइड एंड रूल किया था उसी तरह से भाजपा भी डिवाइड एंड रूल कर रही है।” इससे पहले बस्ती में उन्होंने कहा, ”जहां तक धार्मिक स्थानों का सवाल है, भाजपा को 1991 ऐक्ट की परवाह नहीं है। भाजपा जानती है कि बुनियादी सवालों पर चर्चा होगी तो उसका सफाया हो जाएगा।
भाजपा का पलटवार
अखिलेश यादव की इस टिप्पणी पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ”विनाश काले विपरीत बुद्धि, अखिलेश यादव ने जिस तरह तुष्टिकरण की पराकाष्ठा पार करके ज्ञानवापी मुद्दे पर जिस प्रकार टिप्पणी की है उससे साफ हो गया है कि पराजय से उन्होंने कुछ नहीं सीखा। अभी भी वह तुष्टिकरण की उसी राह पर हैं, जहां वह हिंदुओं को अपमानित करते हैं। समाजवादी पार्टी जिसने कारसेवकों पर गोली चलवाने का पाप किया था, वे चाहते तो प्रायश्चित कर सकते थे, लेकिन वह अभी भी हिंदू विरोध का मसाल लेकर चल रहे हैं और तुष्टिकरण की पराकाष्ठा कर रहे हैं। अखिलेश यादव इससे पतन के रास्ते पर जाएंगे।”