सूर्या बुलेटिन : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदल गया है। कई जगह धूल भरी आंधी के साथ गरज और चमक के साथ बारिश हुई। बारिश की वजह से कई इलाकों की बिजली भी गुल हो गई। तेज हवाओं की वजह से फसलों को नुकसान पहुंचा है। बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट आई है। बदायूं में आंधी-बारिश के साथ काली घटाएं छाई हैं। पीलीभीत में गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश से लोगों को राहत मिली है। वहीं बरेली में सुबह 8 बजे अचानक काले बादल छाने लगे। कृषि विभाग के अधिकारी जहां बारिश को किसानों के लिए अच्छा बता रहे हैं। वहीं आंधी-पानी से आम की फसल को नुकसान पहुंचा है।
कई जगह पेड़ और टहनियां टूटकर गिरीं
बदायूं जिले में आंधी-बारिश के साथ काली घटाएं छाई रहीं। कुछ स्थानों पर तेज हवा के साथ बारिश हुई। तेज हवाओं से मक्के की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा तोरई, लौकी, करेला की बेल को भी नुकसान हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार सुबह 8:30 बजे के बाद मौसम का रुख बदल गया। पहले ठंडी हवाएं चलीं इसके बाद आसमान में काली घटाएं छा गई और फिर बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। शहर से लेकर बिल्सी, बिसौली, उझानी, अलापुर, दातागंज समेत अन्य स्थानों पर झमाझम बारिश हुई। बारिश के साथ तेज हवाएं चलने से कई स्थानों पर छोटे पेड़ गिर गए और बिजली भी गुल हो गई। शहर के निचले हिस्सों में जल भराव की समस्या होने लगी है। वहीं ऑफिस जाने वाले लोग मौसम में सुधार का इंतजार कर रहे हैं।
पीलीभीत में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश
पीलीभीत में सुबह अचानक गरज चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. एसएस ढाका ने बताया कि किसी फसल को नुकसान नहीं हुआ है। इससे गन्ने और गेहूं फसल के बाद खाली खेतों को लाभ हुआ है। जिले का अधिकतम और न्यूनतम तापमान गिर गया है।
आंधी बारिश ने बदला मौसम का मिजाज, गर्मी से राहत
बरेली में सोमवार सुबह अचानक मौसम बदल गया। तेज आंधी और पानी से गर्मी से राहत मिली। वहीं तेज हवा के कारण कई जगह पेड़ गिर गए। सबसे अधिक नुकसान आम की फसल को होना बताया जा रहा है। आम के पेड़ों से 15 से 20 फीसदी आम गिर गए। सुबह 8 बजे अचानक काले बादल छाने लगे। कुछ देर बाद तेज हवा चलने लगी। देखते ही देखते हवा ने आंधी का रूप ले लिया। तेज हवा के कारण शहर से देहात तक कई जगह पेड़ गिर गए। सुबह 9 बजे से अचानक बारिश शुरू हो गई। पहले तो धीमी बारिश हुई फिर 9:45 बजे से थंडर रेन शुरू हो गई।
गड़गड़ाहट के साथ तेज पानी बरसने लगा। उद्यान विभाग के अधिकारियों का कहना है, सोमवार की आंधी-पानी से कम से कम 15 से 20 फीसदी आम की फसल को नुकसान हुआ है। हालांकि कृषि विभाग के अधिकारी यह बारिश किसानों के लिए अच्छी बता रहे हैं। क्योंकि, जून में धान की खेती शुरू हो जाएगी। अभी से खेतों की जुताई के लिए यह बारिश अमृत समान ही मानी जा रही है। बारिश से खेतों में अच्छी खासी नमी आ जाएगी। लोगों को खेतों में पानी नहीं भरना पड़ेगा। जुताई आसानी से होगी। सोमवार को बारिश अच्छी होने की संभावना जताई जा रही है।