सूर्या बुलेटिन : पाकिस्तान की नापाक हरकतों को सीमा पर तैनात भारतीय जवान लगातार कुचलते आ रहे हैं। कल भी बीएसएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आईजी डीके बूराके मुताबिक, बीएसएफ ने सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक भूमिगत सीमापार सुरंग का पता लगाया, जिसके बारे में संदेह है कि इसका इस्तेमाल आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो आत्मघाती हमलावरों ने किया।
चार मई को शाम 5:30 बजे के करीब पेट्रोलिंग कर रहे जवानों को यह सफलता मिली। तलाशी के दौरान उसमें से हरे रंग के रेत के बैग मिले। उनका इस्तेमाल सुरंग को बंद करने के लिए किया गया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने बूरा के हवाले से कहा, ”मैं सफलता के लिए बधाई देता हूं। सुरंग 150 मीटर लंबी है। सीमा से बाड़ तक 100 मीटर और आगे 50 मीटर। हमें सीमा पार से निरंतर प्रयासों को विफल करने में सफलता मिली है। आगामी अमरनाथ यात्रा को ध्यान में रखते हुए यह बड़ी कामयाबी मिली है।”
उन्होंने कहा, ”यह एक ताजा खोदी गई सुरंग की तरह लगता है। अभी तक खोज जारी है। 2012 से अब तक इस बॉर्डर पर करीब 11 सुरंगें मिल चुकी हैं। सैंडबैग वैसे ही हैं जैसे पहले थे। नई बात यह है कि उन पर कोई निशान नहीं मिला है। ज्यादातर पर कराची का नाम लिखा होता है।”
जम्मू के सुंजवां इलाके में 22 अप्रैल को सीआईएसएफ की बस पर हमला करने के बाद सुरक्षा बलों ने दोनों आत्मघाती हमलावरों को मार गिराया था। उक्त घटना के लगभग एक पखवाड़े बाद सीमापार सुरंग का पता चला है। पिछले 16 महीनों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के नीचे बीएसएफ द्वारा खोजी गई यह पहली ऐसी संरचना है, जिससे पिछले एक दशक में पता लगायी गई ऐसी सुरंगों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। पिछले साल, बल ने जनवरी में कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में दो सुरंगों का पता लगाया था।
बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया, ”आज, बीएसएफ जम्मू के सतर्क सैनिकों ने सांबा अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के पास एक सुरंग का पता लगाया, पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को विफल कर दिया गया।”
एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ”अंतरराष्ट्रीय सीमा से 150 मीटर की दूरी पर और सीमा की बाड़ से 50 मीटर की दूरी पर एक नई खोदी गई सुरंग का पता पाकिस्तानी चौकी चमन खुर्द (फियाज) के सामने लगाया गया, जो भारत की ओर से 900 मीटर की दूरी पर है।”
उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत सीमा चौकी चक फकीरा से लगभग 300 मीटर और अंतिम भारतीय गांव से 700 मीटर की दूरी पर है। बीएसएफ ने जम्मू के सुंजवां इलाके में 22 अप्रैल को हुई मुठभेड़ के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के साथ किसी भी सुरंग का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।